द फॉलोअप डेस्क
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 86 विधायक यानी 96 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। वहीं, 12 या 13 प्रतिशत अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। चुनाव संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के एक विश्लेषण से यह जानकारी सामने आई है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) एंड हरियाणा इलेक्शन वॉच ने सभी 90 विजयी उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण करने के बाद ये आंकड़े जारी किए जो बताते हैं कि करोड़पति विधायकों का आंकड़ा 2019 के 93 प्रतिशत से बढ़कर इस बार 96 प्रतिशत हो गया है।
ADR की चुनाव से पहले की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा चुनाव में 1028 राजनेता विधानसभा जाने के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इनमें 538 यानी 52 प्रतिशत करोड़पति हैं। रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में 1138 प्रत्याशियों में से 481 अथवा 42 प्रतिशत के पास एक करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति थी।
एजेंसी ने कहा है कि इस वर्ष चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 8.68 करोड़ रुपये है जो पिछले चुनाव में केवल 4.31 करोड़ रुपये थी। प्रमुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस के 89 उम्मीदवारों में प्रत्येक के पास औसत संपत्ति 24.40 करोड़ रुपये आंकी गई है। वहीं, भाजपा के इतने ही प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 24.27 प्रतिशत है। इस चुनाव में 67 मौजूदा विधायक भी दोबारा अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इनकी औसत संपत्ति 21.42 करोड़ रुपये है। वर्ष 2019 के चुनाव में यह आंकड़ा 15.64 करोड़ रुपये पर था। चुनावी हलफनामे के अनुसार 1028 में से 133 यानी कुल 13 प्रतिशत प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है।